भारत सरकार ने “विशेष सहायता योजना – आइकॉनिक पर्यटन स्थलों के वैश्विक विकास” (SASCI) के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 23 राज्यों में 40 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत कुल ₹3,295.76 करोड़ की राशि आवंटित की गई है।
क्या है इस योजना का उद्देश्य?
इस पहल का मुख्य उद्देश्य भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों को वैश्विक पहचान दिलाना, उनकी ब्रांडिंग और मार्केटिंग को बढ़ावा देना है। सरकार इन स्थलों को विश्व स्तरीय पर्यटन केंद्रों के रूप में विकसित करना चाहती है, जिससे देश और विदेशी पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिले।
पर्यटन परियोजनाओं की प्रमुख विशेषताएं:
✅ पर्यटन अनुभव को संपूर्ण रूप से विकसित करना
✅ राज्यों को वित्तीय सहायता प्रदान करना
✅ पर्यटन मूल्य श्रृंखला को मजबूत करना
✅ विशेषज्ञ डिजाइन और विकास टीमों की भागीदारी
✅ स्थायी संचालन और दीर्घकालिक रखरखाव सुनिश्चित करना
परियोजनाओं का चयन कैसे किया गया?
राज्यों द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों का गहन मूल्यांकन किया गया, जिसमें निम्नलिखित मानदंडों पर ध्यान दिया गया:
🔹 साइट की कनेक्टिविटी
🔹 पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र
🔹 वहन क्षमता (Carrying Capacity)
🔹 सतत विकास एवं पर्यावरणीय प्रभाव
🔹 परियोजना प्रबंधन और ऑपरेशन रणनीति
🔹 घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मार्केटिंग रणनीतियाँ
‘अतुल्य भारत’ अभियान के तहत पर्यटन को बढ़ावा
पर्यटन मंत्रालय देश और विदेशों में भारत के विविध पर्यटन स्थलों का प्रचार-प्रसार “अतुल्य भारत” (Incredible India) अभियान के तहत करता है। इस अभियान में डिजिटल मार्केटिंग, सोशल मीडिया प्रचार, इवेंट्स में भागीदारी, तथा राज्य सरकारों को मेले और त्योहार आयोजित करने में सहयोग शामिल है।
पर्यटन से होगा आर्थिक विकास
यह योजना भारत में पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी, जिससे रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर इन परियोजनाओं को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करेंगी, जिससे भारत विश्व पर्यटन मानचित्र पर और अधिक मजबूती से उभरेगा।